How To Fill Google AdSense Invalid Click Activity Form Hindi

गूगल ऐडसेंस एक लोकप्रिय विज्ञापन नेटवर्क है, जो वेबसाइट मालिकों और यूट्यूब क्रिएटर्स को विज्ञापन से कमाई करने का अवसर देता है। हालांकि, कभी-कभी ऐडसेंस खाते पर अवैध (इनवैलिड) क्लिक गतिविधि के कारण प्रतिबंध (बैन) लग सकता है। इनवैलिड क्लिक में जानबूझकर खुद के विज्ञापनों पर क्लिक करना, बॉट या स्क्रिप्ट द्वारा क्लिक उत्पन्न करना, या अन्य किसी भी अनुचित तरीके से विज्ञापन आय बढ़ाने का प्रयास शामिल होता है।
यदि गूगल ऐडसेंस अकाउंट पर इनवैलिड क्लिक गतिविधि के कारण कोई समस्या आती है, तो गूगल उपयोगकर्ताओं को एक “इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी फॉर्म” भरने का विकल्प देता है। इस फॉर्म के माध्यम से उपयोगकर्ता गूगल को अपनी स्थिति स्पष्ट कर सकते हैं और यदि संभव हो तो अपने अकाउंट को पुनः सक्रिय करने की अपील कर सकते हैं।
फॉर्म भरते समय, उपयोगकर्ता को अपनी वेबसाइट, ट्रैफिक स्रोतों, संभावित समस्याओं और लिए गए सुधारात्मक कदमों के बारे में जानकारी देनी होती है। सटीक और ईमानदारी से दी गई जानकारी से गूगल को यह समझने में मदद मिलती है कि इनवैलिड क्लिक जानबूझकर नहीं किए गए थे और समस्या को ठीक किया जा सकता है।
गूगल ऐडसेंस इनवैलिड क्लिक क्या होता है?
गूगल ऐडसेंस में इनवैलिड क्लिक का मतलब ऐसे क्लिक या इम्प्रेशन्स से है, जो गूगल की नीतियों के खिलाफ होते हैं और विज्ञापनदाताओं के लिए अनुचित लाभ या हानि पहुंचा सकते हैं। गूगल ऐडसेंस एक ऑटोमेटेड सिस्टम का उपयोग करता है, जो संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करता है और फर्जी या अस्वाभाविक क्लिक को रोकने का प्रयास करता है।
इनवैलिड क्लिक के उदाहरण:
- स्वयं अपने विज्ञापनों पर क्लिक करना – यदि कोई पब्लिशर बार-बार अपने ही विज्ञापनों पर क्लिक करता है, तो इसे इनवैलिड क्लिक माना जाता है।
- बॉट्स या ऑटोमेटेड स्क्रिप्ट से उत्पन्न क्लिक – कुछ लोग सॉफ्टवेयर या स्क्रिप्ट का उपयोग करके क्लिक बढ़ाने की कोशिश करते हैं, जिसे गूगल तुरंत पहचान लेता है।
- दूसरों से जबरदस्ती या अप्राकृतिक तरीके से क्लिक करवाना – यदि पब्लिशर अपने दोस्तों, रिश्तेदारों या सोशल मीडिया पर लोगों से विज्ञापनों पर क्लिक करने के लिए कहता है, तो यह नियमों का उल्लंघन है।
- अचानक या असामान्य रूप से अधिक क्लिक आना – यदि किसी वेबसाइट पर अचानक अत्यधिक मात्रा में क्लिक आने लगते हैं और वे स्वाभाविक नहीं लगते, तो गूगल इसे इनवैलिड ट्रैफिक मान सकता है।
- अनुचित विज्ञापन प्लेसमेंट – यदि विज्ञापन को इस तरह से रखा जाता है कि उपयोगकर्ता गलती से उस पर क्लिक कर दे, तो इसे इनवैलिड क्लिक माना जाता है।
इनवैलिड क्लिक का प्रभाव:
- गूगल ऐडसेंस द्वारा चेतावनी या नोटिस मिल सकता है।
- विज्ञापनों से मिलने वाली कमाई (Revenue) कम हो सकती है या कट सकती है।
- बार-बार इनवैलिड क्लिक आने पर ऐडसेंस अकाउंट सस्पेंड या पूरी तरह से डिसएबल हो सकता है।
इनवैलिड क्लिक से कैसे बचें?
- अपने विज्ञापनों पर खुद क्लिक न करें और न ही किसी और को ऐसा करने के लिए कहें।
- ट्रैफिक का नियमित विश्लेषण करें और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें।
- केवल ऑर्गेनिक और वैध ट्रैफिक स्रोतों का उपयोग करें।
- गूगल ऐडसेंस की पॉलिसी का पालन करें और किसी भी गलत तरीके से क्लिक बढ़ाने की कोशिश न करें।
यदि आपके ऐडसेंस अकाउंट पर इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी के कारण कोई समस्या आती है, तो गूगल ऐडसेंस इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी फॉर्म भरकर स्पष्टीकरण दिया जा सकता है।
इनवैलिड क्लिक की समस्या क्यों आती है?
गूगल ऐडसेंस में इनवैलिड क्लिक उन क्लिक्स को कहा जाता है जो स्वाभाविक नहीं होते या गूगल की नीतियों का उल्लंघन करते हैं। यह समस्या कई कारणों से उत्पन्न हो सकती है, और यदि समय पर इसे नियंत्रित नहीं किया गया, तो गूगल ऐडसेंस अकाउंट सस्पेंड या डिसएबल भी हो सकता है।
स्वयं अपने विज्ञापनों पर क्लिक करना
कुछ पब्लिशर अपनी कमाई बढ़ाने के लिए जानबूझकर अपने ही विज्ञापनों पर क्लिक करते हैं, लेकिन गूगल का एडवांस्ड सिस्टम इसे आसानी से डिटेक्ट कर लेता है और इनवैलिड क्लिक के रूप में गिनता है।
दोस्तों या परिवार से क्लिक करवाना
अगर कोई पब्लिशर अपने दोस्तों, रिश्तेदारों या सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स से विज्ञापनों पर क्लिक करने के लिए कहता है, तो इसे भी इनवैलिड क्लिक माना जाता है और गूगल इसे अनुचित गतिविधि समझता है।
बॉट्स या ऑटोमेटेड स्क्रिप्ट से क्लिक आना
कुछ लोग अपनी वेबसाइट पर ट्रैफिक और क्लिक बढ़ाने के लिए बॉट्स, स्क्रिप्ट्स, या सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हैं। गूगल का सिस्टम ऐसे ऑटोमेटेड क्लिक को पहचान लेता है और इनवैलिड ट्रैफिक के रूप में गिनता है।
वेबसाइट पर अनुचित विज्ञापन प्लेसमेंट
यदि विज्ञापन को इस तरह रखा गया है कि उपयोगकर्ता गलती से उस पर क्लिक कर दे (जैसे कि नेविगेशन बटन के पास या कंटेंट के बीच में), तो गूगल इसे इनवैलिड क्लिक मान सकता है।
अचानक से ट्रैफिक में असामान्य वृद्धि
अगर वेबसाइट या यूट्यूब चैनल पर अचानक से बहुत ज्यादा क्लिक आने लगें, और वे किसी संदिग्ध या अनजान सोर्स से हों, तो गूगल इसे इनवैलिड ट्रैफिक के रूप में गिन सकता है।
कॉम्पिटिटर्स या दुर्भावनापूर्ण गतिविधियां (क्लिक बॉम्बिंग)
कभी-कभी प्रतिस्पर्धी (Competitors) या अन्य लोग जानबूझकर किसी वेबसाइट के ऐडसेंस अकाउंट को नुकसान पहुंचाने के लिए बार-बार विज्ञापनों पर क्लिक कर सकते हैं। इसे “क्लिक बॉम्बिंग” कहा जाता है और यह पब्लिशर के लिए एक गंभीर समस्या बन सकती है।
अनजाने में हुए क्लिक (Accidental Clicks)
अगर वेबसाइट का डिजाइन ऐसा है कि उपयोगकर्ता गलती से विज्ञापनों पर क्लिक कर देते हैं, तो गूगल इसे भी इनवैलिड क्लिक मान सकता है।
पेड ट्रैफिक या अनजाने में अनऑर्गेनिक ट्रैफिक लाना
अगर कोई पब्लिशर ऐसी वेबसाइट्स या सेवाओं से पेड ट्रैफिक खरीदता है जो नकली क्लिक जनरेट करती हैं, तो गूगल इसे इनवैलिड क्लिक के रूप में डिटेक्ट कर सकता है।
इनवैलिड क्लिक की समस्या से कैसे बचें?
- अपने विज्ञापनों पर खुद कभी क्लिक न करें।
- किसी से भी जानबूझकर क्लिक करवाने की कोशिश न करें।
- वेबसाइट पर ऑर्गेनिक ट्रैफिक लाने पर ध्यान दें।
- गूगल ऐडसेंस पॉलिसी का पालन करें और किसी भी अनैतिक तरीके से क्लिक बढ़ाने की कोशिश न करें।
- अगर अचानक ट्रैफिक में असामान्य वृद्धि दिखे, तो गूगल ऐडसेंस को रिपोर्ट करें।
- गूगल ऐडसेंस इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी फॉर्म भरकर अपनी समस्या का समाधान करने की कोशिश करें।
इनवैलिड क्लिक की समस्या को नजरअंदाज करना आपके गूगल ऐडसेंस अकाउंट के लिए खतरा बन सकता है। इसलिए, इसे रोकने के लिए सही कदम उठाना जरूरी है।
इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी के कारण ऐडसेंस अकाउंट पर क्या प्रभाव पड़ता है?
गूगल ऐडसेंस की पॉलिसी बहुत सख्त होती है, और इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी (अवैध या अनैतिक रूप से उत्पन्न क्लिक) का सीधा असर आपके ऐडसेंस अकाउंट पर पड़ सकता है। यदि गूगल को संदेह होता है कि आपके विज्ञापनों पर इनवैलिड क्लिक हो रहे हैं, तो यह कई तरह की कार्रवाई कर सकता है।
ऐडसेंस कमाई (Revenue) में कटौती या रोक
गूगल इनवैलिड क्लिक के कारण हुई कमाई को अमान्य कर सकता है, जिससे आपकी विज्ञापन से होने वाली आय कम हो सकती है या पूरी तरह से रोक दी जा सकती है।
चेतावनी (Warning) या नोटिफिकेशन मिलना
अगर गूगल को इनवैलिड क्लिक की गतिविधि दिखती है, तो वह आपको ईमेल या डैशबोर्ड में एक चेतावनी भेज सकता है, जिसमें समस्या के बारे में जानकारी दी जाती है और सुधार करने का सुझाव दिया जाता है।
विज्ञापन सर्व (Ad Serving) पर रोक
गूगल आपके ऐडसेंस अकाउंट पर अस्थायी रूप से विज्ञापन दिखाना बंद कर सकता है, जिससे आपकी वेबसाइट या यूट्यूब चैनल पर ऐड्स नहीं दिखेंगे और आपको कोई कमाई नहीं होगी।
अकाउंट सस्पेंशन (Suspension)
यदि आपकी वेबसाइट पर बार-बार इनवैलिड क्लिक गतिविधि पाई जाती है, तो गूगल आपके ऐडसेंस अकाउंट को कुछ दिनों या हफ्तों के लिए निलंबित (Suspend) कर सकता है। इस दौरान आप विज्ञापनों से कमाई नहीं कर पाएंगे।
ऐडसेंस अकाउंट स्थायी रूप से बंद (Permanent Ban)
अगर गूगल को बार-बार इनवैलिड क्लिक मिलते हैं या वह मानता है कि आप जानबूझकर पॉलिसी का उल्लंघन कर रहे हैं, तो वह आपका ऐडसेंस अकाउंट स्थायी रूप से बंद (Disable) कर सकता है। इसके बाद आप उसी अकाउंट, डिवाइस या वेबसाइट से नया ऐडसेंस अकाउंट नहीं बना सकते।
गूगल एड्स (Google Ads) और अन्य सेवाओं पर असर
अगर गूगल ने आपका ऐडसेंस अकाउंट डिसएबल कर दिया, तो यह आपकी अन्य गूगल सेवाओं, जैसे गूगल एड्स, यूट्यूब मोनेटाइजेशन और गूगल एनालिटिक्स पर भी असर डाल सकता है।
इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी से बचने के उपाय
- अपने विज्ञापनों पर खुद क्लिक न करें और न ही किसी और को करने के लिए कहें।
- अपनी वेबसाइट का ट्रैफिक नियमित रूप से मॉनिटर करें और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें।
- सिर्फ ऑर्गेनिक और वैध ट्रैफिक स्रोतों का उपयोग करें।
- यदि आपको इनवैलिड क्लिक की समस्या दिखे, तो तुरंत गूगल को रिपोर्ट करें।
- गूगल ऐडसेंस इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी फॉर्म भरकर समस्या का समाधान करने की कोशिश करें।
इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी को हल्के में लेना आपके ऐडसेंस अकाउंट के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। इसलिए, हमेशा गूगल की पॉलिसी का पालन करें और अपनी वेबसाइट को सुरक्षित रखने के लिए सही कदम उठाएं।
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इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी फॉर्म कब और क्यों भरना चाहिए?
गूगल ऐडसेंस इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी फॉर्म तब भरना चाहिए जब आपके ऐडसेंस अकाउंट पर इनवैलिड क्लिक के कारण कोई समस्या उत्पन्न हो और आपको लगता है कि यह गलती से हुआ है या आपके नियंत्रण से बाहर की गतिविधि के कारण हुआ है। इस फॉर्म के माध्यम से आप गूगल को अपनी स्थिति स्पष्ट कर सकते हैं और आवश्यक सुधारात्मक कदमों की जानकारी दे सकते हैं।
फॉर्म भरने की स्थिति
- अचानक ट्रैफिक में असामान्य वृद्धि होने पर
यदि आपकी वेबसाइट पर अचानक से अनपेक्षित या संदिग्ध ट्रैफिक आ रहा है, तो यह इनवैलिड क्लिक की वजह बन सकता है। इस स्थिति में फॉर्म भरकर गूगल को सूचित करना जरूरी है। - गूगल से इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी की चेतावनी मिलने पर
यदि आपको गूगल की ओर से कोई ईमेल या डैशबोर्ड में नोटिफिकेशन मिलता है कि आपकी वेबसाइट पर इनवैलिड क्लिक गतिविधि हो रही है, तो आपको तुरंत फॉर्म भरकर स्पष्टीकरण देना चाहिए। - विज्ञापन से होने वाली कमाई में असामान्य कटौती होने पर
यदि आपको अचानक विज्ञापन से होने वाली आय में भारी कमी दिखाई देती है और आपको संदेह है कि यह इनवैलिड क्लिक के कारण हुआ है, तो इस फॉर्म के माध्यम से गूगल को स्थिति स्पष्ट करें। - क्लिक बॉम्बिंग या दुर्भावनापूर्ण गतिविधि का संदेह होने पर
यदि कोई प्रतिद्वंद्वी या अन्य व्यक्ति जानबूझकर आपके विज्ञापनों पर बार-बार क्लिक कर रहा है ताकि आपका ऐडसेंस अकाउंट सस्पेंड हो जाए, तो आपको इस फॉर्म का उपयोग करके गूगल को जानकारी देनी चाहिए। - अगर ऐडसेंस अकाउंट सस्पेंड हो गया हो
यदि गूगल ने आपके ऐडसेंस अकाउंट को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है, तो इस फॉर्म के माध्यम से आप अपने बचाव में आवश्यक जानकारी प्रस्तुत कर सकते हैं और गूगल से पुनर्विचार करने का अनुरोध कर सकते हैं। - अगर आपको ऐडसेंस अकाउंट पर प्रतिबंध (Ban) लगने की आशंका हो
यदि आपको लगता है कि आपकी वेबसाइट पर ऐसी गतिविधि हो रही है जो भविष्य में आपके ऐडसेंस अकाउंट के लिए खतरा बन सकती है, तो पहले ही गूगल को फॉर्म भरकर सूचित करना एक अच्छा कदम हो सकता है।
फॉर्म भरने के मुख्य उद्देश्य
- गूगल को अपनी स्थिति स्पष्ट करना और यह बताना कि इनवैलिड क्लिक जानबूझकर नहीं किए गए हैं।
- गूगल को यह दिखाना कि आपने इनवैलिड क्लिक को रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं।
- ऐडसेंस अकाउंट को बचाने और किसी भी संभावित प्रतिबंध से बचने के लिए गूगल के साथ पारदर्शिता बनाए रखना।
फॉर्म भरते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- सभी जानकारी सही और स्पष्ट रूप से भरें।
- वेबसाइट का ट्रैफिक डेटा और एनालिटिक्स रिपोर्ट का विवरण दें।
- इनवैलिड क्लिक की संभावित वजह और इसे रोकने के लिए उठाए गए कदमों का उल्लेख करें।
- किसी भी झूठी या भ्रामक जानकारी देने से बचें, क्योंकि इससे गूगल के निर्णय पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
गूगल ऐडसेंस इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी फॉर्म आपके ऐडसेंस अकाउंट को सुरक्षित रखने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। इसे तभी भरें जब वास्तव में इनवैलिड क्लिक की समस्या हो और आपके पास इसे सही साबित करने के लिए उचित जानकारी हो।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों
इनवैलिड क्लिक से बचने के लिए क्या करना चाहिए?
अपने विज्ञापनों पर कभी भी खुद क्लिक न करें, दोस्तों या परिवार से क्लिक न करवाएं, केवल ऑर्गेनिक ट्रैफिक पर ध्यान दें, वेबसाइट का ट्रैफिक नियमित रूप से मॉनिटर करें, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर गूगल को रिपोर्ट करें।
क्या गूगल हमेशा इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी फॉर्म स्वीकार करता है?
गूगल सभी सबमिट किए गए फॉर्म की समीक्षा करता है, लेकिन यह गारंटी नहीं है कि हर अनुरोध को स्वीकार किया जाएगा। यदि गूगल को लगता है कि कोई अनियमितता नहीं हुई है, तो वह आपके फॉर्म को अस्वीकार कर सकता है।
क्या मैं अपने ऐडसेंस अकाउंट पर पेड ट्रैफिक चला सकता हूँ?
हाँ, लेकिन पेड ट्रैफिक गूगल ऐड्स या किसी विश्वसनीय स्रोत से होना चाहिए। यदि ट्रैफिक संदिग्ध वेबसाइटों या बॉट्स से आता है, तो यह इनवैलिड क्लिक का कारण बन सकता है और गूगल आपके अकाउंट पर कार्रवाई कर सकता है।
यदि मेरा ऐडसेंस अकाउंट डिसएबल हो गया तो क्या मैं दोबारा अप्लाई कर सकता हूँ?
यदि आपका अकाउंट स्थायी रूप से डिसएबल हो गया है, तो आप उसी नाम, ईमेल, या वेबसाइट से दोबारा अप्लाई नहीं कर सकते। हालाँकि, यदि सस्पेंशन अस्थायी है, तो आप गूगल की गाइडलाइन्स का पालन करके पुनः सक्रिय करने की कोशिश कर सकते हैं।
गूगल ऐडसेंस सपोर्ट से कैसे संपर्क करें?
गूगल ऐडसेंस हेल्प सेंटर, कम्युनिटी फोरम और सपोर्ट फॉर्म के माध्यम से आप गूगल से सहायता प्राप्त कर सकते हैं। यदि आपको इनवैलिड क्लिक की समस्या है, तो इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी फॉर्म भरकर गूगल को सीधे रिपोर्ट कर सकते हैं।
निष्कर्ष
गूगल ऐडसेंस में इनवैलिड क्लिक एक्टिविटी एक गंभीर समस्या हो सकती है, जिससे आपकी कमाई पर प्रभाव पड़ सकता है और आपके ऐडसेंस अकाउंट को खतरा हो सकता है। यदि गूगल को संदेह होता है कि आपके विज्ञापनों पर अस्वाभाविक या अनैतिक तरीके से क्लिक किए जा रहे हैं, तो वह आपकी कमाई को रद्द कर सकता है, आपके विज्ञापनों को अस्थायी रूप से रोक सकता है, या आपके ऐडसेंस अकाउंट को स्थायी रूप से डिसएबल कर सकता है।